क्रिकेट की दुनिया में जब भी रिकॉर्ड्स की बात होती है, तो अक्सर भारत, ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड जैसे देशों के नाम जेहन में आते हैं। लेकिन दक्षिण-पूर्व एशिया के एक उभरते हुए क्रिकेट देश इंडोनेशिया से एक ऐसा नाम सामने आया है, जिसने टी20 अंतरराष्ट्रीय (T20I) क्रिकेट में अपनी एक अलग पहचान बना ली है। नाम है—धर्मा केसुमा। इंडोनेशियाई क्रिकेट के इस 'बाहुबली' ने महज 26 साल की उम्र में वह मुकाम हासिल कर लिया है, जो बड़े-बड़े दिग्गजों के लिए भी सपना होता है।
कंबोडिया के खिलाफ 'बाली' में धमाका
23 दिसंबर 2025 को बाली में खेले गए मुकाबले में धर्मा केसुमा ने कंबोडिया के गेंदबाजों की जमकर खबर ली। एक विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए उन्होंने 68 गेंदों की अपनी पारी में नाबाद 110 रन कूट डाले।
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पारी का रोमांच: धर्मा ने अपना शतक 63वीं गेंद पर चौका मारकर पूरा किया।
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चौके-छक्कों की बारिश: उनकी इस शतकीय पारी में 8 चौके और 6 गगनचुंबी छक्के शामिल रहे। इस शानदार पारी की बदौलत इंडोनेशिया ने 20 ओवर में 165 रनों का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया। जवाब में कंबोडिया की पूरी टीम महज 107 रनों पर सिमट गई, यानी धर्मा केसुमा के अकेले के रन (110) पूरी विरोधी टीम के योग (107) से ज्यादा थे। इंडोनेशिया ने यह मैच 60 रनों के बड़े अंतर से जीता।
इंडोनेशिया का इकलौता 'शतकवीर'
धर्मा केसुमा के नाम एक ऐसा अनोखा रिकॉर्ड है जो शायद ही किसी और खिलाड़ी के पास हो। वह इंडोनेशिया के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट इतिहास के इकलौते बल्लेबाज हैं जिन्होंने शतक जड़ा है। इंडोनेशिया के लिए अब तक कुल तीन अंतरराष्ट्रीय शतक लगे हैं और ये तीनों ही धर्मा के बल्ले से निकले हैं। इसका मतलब है कि उनके देश की शतकों की लिस्ट उन्हीं से शुरू होती है और उन्हीं पर खत्म।
'नॉकआउट' नहीं, 'नॉट आउट' का रिकॉर्ड
धर्मा केसुमा की बल्लेबाजी की सबसे दिलचस्प बात उनकी निरंतरता और टिके रहने की क्षमता है। टी20 करियर में अब तक उन्होंने तीन शतक जड़े हैं और तीनों बार वे नाबाद (Not Out) रहे हैं:
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नवंबर 2024: म्यांमार के खिलाफ बाली में नाबाद 117 रन (इंडोनेशिया का पहला शतक)।
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फिलीपींस के खिलाफ: बाली के मैदान पर ही नाबाद 115 रनों की पारी।
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दिसंबर 2025: कंबोडिया के खिलाफ नाबाद 110 रन।
ये तीनों शतक महज 13 महीनों के भीतर आए हैं, जो उनकी अद्भुत फॉर्म को दर्शाते हैं। गौर करने वाली बात यह भी है कि उनके तीनों शतक उनके पसंदीदा मैदान 'बाली' में ही आए हैं।
निष्कर्ष
धर्मा केसुमा केवल एक बल्लेबाज नहीं, बल्कि इंडोनेशियाई क्रिकेट की उम्मीदों का चेहरा बन गए हैं। एक ऐसे देश में जहां क्रिकेट अभी भी अपनी पहचान बना रहा है, वहां धर्मा का यह प्रदर्शन विश्व क्रिकेट के मानचित्र पर इंडोनेशिया का नाम दर्ज करा रहा है। 26 साल की उम्र में जिस तरह की परिपक्वता वे दिखा रहे हैं, उसे देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि आने वाले समय में वे एसोसिएट नेशंस के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में से एक होंगे।